टेंशन नहीं लेने का! प्याज खरीदते वक्त आपकी आंखों में नहीं आएंगे आंसू
यदि आप प्याज की कीमत को लेकर परेशान हैं तो यह खबर आपके लीए खास है. जी हां…प्याज खरीदते वक्त आपकी जेब नहीं कटेगी. दरअसल केंद्र सरकार ने प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. सरकार ने यह फैसला देश में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने और घरेलू बाजार में इसकी बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने के लिए लिया है.
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया, प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया जाता है. डीजीएफटी वाणिज्य मंत्रालय का अंग है जो आयात-निर्यात संबंधी मामलों को देखता है. इसमें बेंगलुरु का रोज और कृष्णापुरम प्याज भी शामिल है. अब तक प्याज की इन किस्मों के निर्यात पर कोई पाबंदी नहीं थी.
कोरोना के दौरान हुआ जमकर निर्यात : भारत ने अप्रैल-जून के दौरान 19.8 करोड़ डॉलर के प्याज का निर्यात किया जबकि पिछले पूरे साल 44 करोड़ डॉलर के प्याज का निर्यात हुआ था.
भारी बारिश से प्याज की फसल को हुआ नुकसान : दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश के चलते इस बार प्याज की फसल को खासा नुकसान हुआ है. इसके चलते घरेलू बाजार में प्याज की कीमतें भी काफी बढ़ रही हैं. थोक मंडियों में आठ अगस्त के बाद से प्याज की कीमत बढ़ रही है.
कीमतों में आया उछाल : पिछले 15 दिनों में प्याज की खुदरा कीमतें 15 से 20 रुपये प्रति किलो से बढ़ कर 45 से 50 रुपये किलो बिकने लगी है. एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी, दिल्ली की आजादपुर मंडी में सोमवार को प्याज का थोक भाव 26 से 37 रुपये किलो था.