मेरी रद्दी की दूकान (Poem)
है नोटों की दूकान,नोट भी कागज का , रद्दी भी कागज कानोट भी कागज का , रद्दी भी कागज काउन्हें
Read Moreहै नोटों की दूकान,नोट भी कागज का , रद्दी भी कागज कानोट भी कागज का , रद्दी भी कागज काउन्हें
Read Moreधर्मनिरपेक्ष संस्कृति जहाँ की, बोली भाषा है अनेकहम उस देश में रहते हैं| एक ईश्वर के अनंत रूपों का, होता
Read Moreउमंग है उमंग के उमड़ने की,उमंग है उमंग से उड़ने की|उमंग उमंग ये है कैसी उमंग,उमंग ऊँची उड़ान उड़ने की|
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