Wednesday, October 9, 2024
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मध्य प्रदेश चुनाव: कांग्रेस का खास फोकस आदिवासी वोट पर, जानें समीकरण

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को केवल चंद महीने बचे हैं. इससे पहले कांग्रेस वोटरों को लुभाने का की कोशिश में लगी हुई है. पार्टी अपने कोर वोटर यानी आदिवासी वोट पर खास फोकस कर रही है. यही वजह है कि कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंप दी है. इस फैसले से पार्टी ने यह बता दिया है वह आदिवासी चेहरे के साथ चुनावी दंगल में उतरेगी.

कांग्रेस मध्यप्रदेश के 2 करोड़ आदिवासियों और 230 में से 47 आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों को साधने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस की रणनीति साफ नजर आ रही है कि वो साल 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के साथ आए आदिवासी वोट बैंक को बचाए रखना चाहती है, साथ ही इस वोट बैंक में इजाफा करना चाहती है. आपको बता दें कि कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में 47 विधानसभा सीटों में से 30 आदिवासी सीटें जीतकर सत्ता पर कब्जा किया था.

कांग्रेस चुनाव अभियान समिति पर एक नजर
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए चुनाव अभियान समिति में पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को अध्यक्ष की कमान सौंपी है. इसके अलावा सूची में कमलनाथ, डॉ. गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल, विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुल नाथ, सज्जन सिंह वर्मा, एनपी प्रजापति, केपी सिंह कक्काजू, लक्ष्मण सिंह, बाला बच्चन, तरूण भनोट, ओंमकार सिंह मरकाम, विजयलक्ष्मी साधौ, राजेन्द्र सिंह, हिना कांवरे, लाखन सिंह यादव, सुखदेव पांसे, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल, रामनिवास रावत, सुरेन्द्र चौधरी, आरिफ मसूद, महेन्द जोशी, शोभा ओझा, अशोक सिंह, राजीव सिंह के नाम नजर आ रहे हैं. इनके अलावा सभी संगठनों के अध्यक्ष और एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्षों को इसमें जगह दी गयी है.

कमलनाथ संभालेंगे प्रबंधन की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपने का काम किया है. 19 सदस्यों और फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन अध्यक्षों की चुनाव समिति बनाई गयी है जिसका कमलनाथ नेतृत्व करेंगे. इसमें नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल, विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुल नाथ, सज्जन सिंह वर्मा, तरूण भनोट, ओंमकार सिंह मरकाम, विजयलक्ष्मी साधौ आदि नेताओं के नाम शामिल हैं.

आदिवासी स्वाभिमान यात्रा
19 जुलाई से कांग्रेस ने आदिवासी स्वाभिमान यात्रा शुरू की है. यह यात्रा प्रदेश के 17 जिलों से गुजरेगी. इस दौरान कांग्रेस और कार्यकर्ताओं का खास फोकस आदिवासी बाहुल्य 36 विधानसभा सीटों पर है. यात्रा की शुरुआत सीधी जिले से हुई, जहां एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने का मामला सुर्खियों में पिछले दिनों रहा था. वहीं, इस यात्रा का समापन 7 अगस्त को मालवा-निमाड़ के आदिवासी बाहुल्य जिले झाबुआ में किया जाएगा.

मध्य प्रदेश में 47 सीटें रिजर्व
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीट है जिसमें से 47 सीट आदिवासी यानी जनजाति वर्ग के लिए रिजर्व हैं, वहीं 22 प्रतिशत आदिवासी वोटर्स हैं जिनपर कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा की भी नजर है. राजनीतिक दृष्टिकोण से ये बड़ा वोट बैंक है. पिछली बार 47 विधानसभा सीटों में से 30 आदिवासी सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया था.