Wednesday, October 9, 2024
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Solar Eclipse 2020: सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों का रखें ध्यान, जानें सूतक काल के बारे में

14 December 2020 Surya Grahan Timing In India : सूर्य ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं और ज्योतिष विज्ञान में एक महत्वपूर्ण घटना के तौर पर देखा जाता है. सूर्य ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में अशुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य कमजोर पड़ जाता है. एक तरह से सूर्य ग्रहण काल के दौरान पीड़ित हो जाता है और उनकी शक्ति क्षीण होने लगती है.

ऐसा कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा निकलती है जिससे दूर रहने की जरूरत है. सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर प्रभाव अलग-अलग पड़ता है. इस बार मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि में सूर्य ग्रहण लगेगा. ऐसा माना जाता है कि जिस राशि और लग्न में ग्रहण लगता है उसे विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है. यही वजह है कि इस बार मिथुन और वृश्चिक राशि वालों को विशेष सर्तकता बरतने की जरूरत है.

कब लग रहा है सूर्य ग्रहण : इस महीने सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर 2020 को वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है. इस बार खास बात ये है कि सूर्य ग्रहण मिथुन लग्न में होगा. बताया जा रहा है कि वृश्चिक राशि में सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध, शुक्र, सूर्य और केतु भी मौजूद रहेंगे. सूर्य ग्रहण के दौरान 5 महत्वपूर्ण ग्रह वृश्चिक राशि में उपस्थित रहेंगे. सभी ग्रह सूर्य ग्रहण को बहुत ही विशेष बनाने का काम करते हैं. इसका असर भारत और दूसरे देशों में भी नजर आएगा.

सूर्य ग्रहण का समय: सूर्य ग्रहण के समय की बात करें तो ये 14 दिसंबर को भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 4 मिनट से मध्य रात्रि तक रहेगा. भारत में इस ग्रहण को खंडग्रास बताया जा रहा है. खंडग्रास सूर्य ग्रहण में सूतक काल की मान्यता नहीं है. यही वजह है कि इस ग्रहण का विशेष धार्मिक महत्व नहीं होगा. लेकिन फिर भी कुछ नियमों का पालन करने की जरूरत शास्त्रों के अनुसार है.  

इनका रखना होगा ध्यान: सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष ख्याल रखना चाहिए. ग्रहण के दौरान महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और भोजन आदि ग्रहण नहीं करना चाहिए. वहीं बच्चों को भी घर से बाहर नहीं निकलने देना चाहिए. सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद स्नान करें और पूजा करने के बाद ही भोजन आदि ग्रहण करने का काम करें.

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