MP Election 2023 : बीजेपी का क्या है प्लान ? जानें कहां और क्यों बीजेपी ने उतारे अपने 39 उम्मीदवार
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चंद महीने ही रह गये हैं. इससे पहले सत्रह अगस्त को बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है. पार्टी ने 2018 में हारी हुई सीट और कुछ 2013 में भी हारी हुई सीट पर फोकस किया है. बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की पहली सूची में 14 ऐसे लोगों को फिर से मौका दिया है जो पिछली बार चुनाव हार गए थे, इनमें तीन पूर्व मंत्री भी शामिल हैं. रणनीति में बदलाव के तहत मध्य प्रदेश में सत्तारुढ़ बीजेपी ने विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले ही पांच महिलाओं सहित 39 प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची जारी कर दी जिससे चुनावी तैयारियों और प्रत्याशियों को तय करने के मामले में वह अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से आगे निकल गयी.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं. पिछले सप्ताह मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सात उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर मध्य प्रदेश में ऐसा करने वाली पहली राजनीतिक पार्टी बन गयी थी. हालांकि, मध्य प्रदेश की राजनीति बीजेपी और कांग्रेस के बीच द्विध्रुवीय मानी जाती है, जबकि बसपा और सपा सहित अन्य दल प्रदेश में सीमांत खिलाड़ी के तौर पर देखे जाते हैं.
जिन 39 सीट के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है उनमें से लगभग सभी सीट पर नवंबर 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी कांग्रेस से हार गई थी. कांग्रेस ने 2018 दिसंबर में अपनी सरकार बनाई थी, लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने से वह सत्ता से बाहर हो गयी थी. बीजेपी ने जिन 39 सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किये हैं उनमें से 38 सीट पर वर्तमान में कांग्रेस तथा एक सीट पर (पथरिया से बसपा विधायक रामबाई) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का कब्जा है.
बीजेपी द्वारा विधानसभा चुनाव की अधिकृत घोषणा से काफी पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा से जाहिर होता है कि पार्टी अपने आक्रमण में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखना चाहती है तथा अपनी कमजोर सीट पर तैयारी के लिए भरपूर वक्त पार्टी और उम्मीदवारों को देना चाहती है.
सूची पर एक सरसरी नजर डालें, तो इसमें अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कई सीट शामिल हैं, डालने से पता चलता है कि बीजेपी ने 14 ऐसे उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है, जो पांच साल पहले चुनाव हार गये थे इनमें राज्य के तीन पूर्व मंत्री – लालसिंह आर्य, ललिता यादव और ओमप्रकाश धुर्वे शामिल हैं. आम आदमी पार्टी (आप) से इस्तीफा देने वाले राजकुमार कराहे को नयी दिल्ली में घोषित सूची में अपना नाम मिला. बीजेपी ने उन्हें बालाघाट जिले के लांजी से मैदान में उतारा है. लांजी से विधानसभा की पूर्व उपाध्यक्ष हिना कावरे कांग्रेस की वर्तमान विधायक हैं.
बीजेपी महासचिव अरुण सिंह द्वारा हस्ताक्षरित सूची के अनुसार, ध्रुव नारायण सिंह और आलोक शर्मा क्रमशः मध्य भोपाल और उत्तरी भोपाल से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पूर्व मंत्री आर्य और प्रीतम लोधी क्रमश: गोहद (एससी), जिला भिंड और पिछोर, जिला शिवपुरी से मैदान में होंगे. बीजेपी ने सरला विजेंद्र रावत (सबलगढ़), अदल सिंह कंसाना (सुमावली), प्रियंका मीना (चाचौड़ा), जगन्नाथ सिंह रघुवंशी (चंदेरी), वीरेंद्र सिंह लंबरदार (बंडा), कामाख्या प्रताप सिंह (महाराजपुर), ललिता यादव (छतरपुर), लाखन पटेल (पथरिया), राजेश कुमार वर्मा (गुन्नौर-एससी), सुरेंद्र सिंह गहरवार (चित्रकूट), हीरसिंह श्याम (पुष्पराजगढ़-एसटी), धीरेंद्र सिंह (बड़वारा-एसटी), नीरज ठाकुर (बरगी) और अंचल सोनकर (जबलपुर पूर्व) से टिकट दिया है.
बीजेपी ने ओमप्रकाश धुर्वे (शाहपुरा-एसटी), डॉ. विजय आनंद मरावई (बिछिया-एसटी), भगत सिंह नेताम (बैहर-एसटी), कमल मर्सकोले (बरघाट-एसटी), महेंद्र नागेश (गोटेगांव-एससी), नानाभाऊ मोहोड़ (सौंसर), प्रकाश उइके (पांढुर्ना-एसटी) और चन्द्रशेखर देशमुख (मुलताई) को उम्मीदवार बनाया है. इसके साथ ही महेंद्र सिंह चौहान (भैंसदेही-एसटी), राजेश सोनकर (सोनकच्छ-एससी), राजकुमार मेव (महेश्वर-एससी), आत्माराम पटेल (कसरावद), नागर सिंह चौहान (अलीराजपुर-एसटी), भानु भूरिया (झाबुआ एसटी), निर्मला भूरिया (पेटलावद-एसटी), जयदीप पटेल (कुक्षी एसटी), कालू सिंह ठाकुर (धरमपुरी-एसटी), मधु वर्मा (राऊ), ताराचंद गोयल (तराना-एससी) और सतीश मालवीय (घटिया-एससी) को भी भाजपा ने चुनाव लड़ने के लिए नामांकित किया है.