एक बार फिर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का किया गया आयोजन, लोगों ने डॉक्टर को कहा- थैंक्स
झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसका लाभ सैकड़ों लोगों ने उठाया. निःशुल्क चिकित्सा शिविर का लाभ उठाने के बाद लोगों ने डॉक्टरों को धन्यवाद दिया और कहा कि डॉक्टर भगवान का दूसरा अवतार होते हैं. दरअसल, मां ललिता POLYDOC के द्वारा शर्मा रोड, धुर्वा में द्वितीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन रविवार को किया गया. शिविर का उद्घाटन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सुबोध कांत सहाय एवं झारखंड राज्य कृषि विपणन के अध्यक्ष श्री रविंद्र कुमार सिंह जी के द्वारा किया गया. डॉ. अजीत कुमार एवं अन्य चिकित्सकों ने सम्मानित अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया.
शिविर में इन चिकित्सकों ने दिया महत्वपूर्ण योगदान
शिविर में मेदांता इरबा, रांची के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ विनीत कुमार मिश्रा, मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ कुणाल, हड्डी रोग विशेषज्ञ रिम्स के सहायक प्राध्यापक डॉ विनय प्रभात ,नेत्र रोग विशेषज्ञ (एम्स दिल्ली)की डॉ कुमारी रीना, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रीतिलता, मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ कुमार आशुतोष,जनरल फिजिशियन डॉ रविंद्र सिंह, एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अजीत कुमार ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
शिविर में किस चीज की जांच हुई
इस शिविर में मरीजों का निःशुल्क ब्लड शुगर ,ECG, एवं अन्य जांच की गई. सम्मानित अतिथियों ने भी आम मरीजों के बीच अपना ब्लड प्रेशर एवं शुगर जांच करवाया. 520 मरीजों ने इस चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया. दो मरीजों के ऑपरेशन भी निःशुल्क तत्काल माइनर ओटी में डॉ अजीत कुमार के द्वारा की गई.
हृदयघात के प्रमुख कारणों में एक कारण तंबाकू
शिविर को लेकर डॉ. विनीत ने मरीजों को बताया कि हृदयघात के प्रमुख कारणों में एक कारण तंबाकू का सेवन भी है. हाई ब्लड प्रेशर को उन्होंने साइलेंट किलर बताया. उन्होंने बताया कि शुगर के मरीजों के लिए रक्तचाप की उच्चतम सीमा 130 mm of Hg होनी चाहिए.
आगे भी किया जाएगा निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन
सर्जरी के 6 मरीजों को नि:शुल्क ऑपरेशन के लिए डॉ. अजीत के द्वारा चुना गया. ECG देखने के बाद 10 मरीजों को ECHO एवं एंजियोग्राफी की सलाह दी गई. रांची के लोगों ने डॉ. अजीत कुमार की माता जी की स्मृति में आयोजित इस दो दिनों के चिकित्सा शिविर (17/12/23& 24/12/23) को काफी फायदेमंद बताया. लोगों ने कहा कि शिविर के माध्यम से वृद्ध और वैसे मरीज जो बड़े अस्पतालों में नहीं जा पाते हैं वह भी अच्छे चिकित्सकों से अपना इलाज कराने में सक्षम रहे. डॉ. अजीत एवं उनके सहयोगी चिकित्सकों ने कैंप के सफल आयोजन होने पर यह निर्णय लिया है कि इस तरह के निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन वह मरीजों के हित में समय-समय पर करते रहेंगे.