Saturday, September 14, 2024
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Israel Hamas War: इस्माइल हनियेह की जगह अब कौन लेगा, जानें विस्तार से

Israel Hamas War: हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हनियेह की ईरान में हत्या के बाद अब सभी की निगाहें इस बात पर लगी हैं कि हनियेह की जगह अब कौन ले सकता है. आमतौर पर किसी प्रमुख के मरने के बाद उप प्रमुख उसकी जगह लेता है, लेकिन हमास के उप प्रमुख रहे सालेह अल-अरूरी की हत्या इसी साल जनवरी में हो गयी थी. हनियेह की मौत के बाद अब हमास की राजनीतिक शाखा में प्रमुख और उप-प्रमुख दोनों की कुर्सी खाली है. हमास को सलाह देने वाली संस्था शूरा परिषद जल्द ही हमास के नये उत्तराधिकारी के नाम का खुलासा करेगी. इसके लिए शुरा परिषद ने एक बैठक बुलायी है. इसमें चार नामों पर विचार किये जाने की उम्मीद है.

खलील अल हय्या

इस्माइल हनियेह की मौत के बाद उसकी जगह खलील अल हय्या नया हमास चीफ हो सकता है. वह अभी गाजा पट्टी में हमास के राजनीतिक ब्यूरो का उप प्रमुख है. वह हनियेह की तरह ही कड़े और संतुलित कदम उठाने के लिए जाना जाता है. उसकी लीडरशिप की तारीफ होती है. 2006 में हय्या ने हमास के संसदीय गुट का नेतृत्व किया था. अल-हय्या इस्राइल से बातचीत के पक्ष में नहीं है. उसका मानना है कि इस्राइल को हरा कर ही फिलीस्तीन की समस्या का समाधान निकल सकता है.

मूसा अबू मरजौक

हमास नेता मूसा अबू मरजौक ने इस्माइल हनियेह की मौत का बदला लेने की कसम खायी है. मूसा हमास की स्थापना के साथ से ही संगठन के साथ जुड़ा है और उसके संस्थापकों में से एक है. वह 1992 में पहली बार हमास का राजनीतिक ब्यूरो चीफ बना. इसके बाद 1997 से लगातार राजनीतिक ब्यूरो का डिप्टी चेयरमैन है. मूसा ने 90 के दशक में अमेरिका से लेकर यूरोप तक में अपनी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए हमास के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग इकट्ठा की थी. इसका इस्तेमाल इस्राइल पर हमले में हुआ.

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याह्या सिनवार

हनियेह के बाद सिनवार को हमास का दूसरा सबसे बड़ा राजनीतिक नेता माना जाता है. वह 1985 में हमास के संस्थापक शेख अहमद यासीन के करीब आया था. अभी वह गाजा पट्टी में हमास प्रमुख के पद पर है. उसे इस्राइल पर हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. दो इस्राइली सैनिकों की हत्या करने पर उसे 22 साल तक इस्राइल की जेल में रहना पड़ा. साल 2011 में इस्राइली सैनिक गिलाद शालित के बदले छोड़ा गया. सिनवार को निर्मम हत्याएं करने के लिए जाना जाता है.

खालिद मेशाल

हनियेह की मौत के बाद उसकी जगह लेने वालों में खालिद मेशाल का दावा बेहद मजबूत माना जा रहा है. महज 15 साल की उम्र में ही मिस्र के सुन्नी संगठन ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ में शामिल होनेवाला मेशाल साल 1987 में हमास में शामिल हुआ. वह 1996 में हमास का राजनीतिक प्रमुख बना और 2017 तक इस पद पर रहा. इसके बाद हनियेह ने उसकी जगह ली. मेशाल हमास की विदेश नीति का बड़ा चेहरा है. हमास के कई बड़े नेताओं पर यात्रा से जुड़े प्रतिबंध लगे हुए हैं, मगर वह इससे अछूता है.